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Sunday, August 23, 2009

कैसे बढा सकते हैं छोटे और मझौले व्यवसाय अपनी बिक्री ?

द्वारा बिष्ट

इस सवाल का जवाब है:           एक ब्लाग के द्वारा |

क्यों?

हब्स्पोट के एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे व्यवसाय जो अपने उत्पाद/सेवा से सम्बंधित ब्लॉग चलाते हैं, ब्लॉग विहीन व्यवसायों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करते हैं |

शायद इसका कारण विपणन की वह सोच है जो यह कहती है , कि जब कोई व्यवसाय अपने वर्त्तमान और भविष्य के ग्राहकों को सूचना देता है (सेवा या उत्पाद के सम्बन्ध में उपभोक्ता ज्ञान में वृद्धि करता है), तो वह अप्रत्यक्ष रूप से अपने उत्पाद/सेवा के बिक्री के अवसर में वृद्धि करता है |

हब्स्पोट ने इस निष्कर्ष पर पहुँचने के लिए अपने 1531 ग्राहकों का विश्लेषण (ज्यादातर छोटे और मध्यम उद्यम या व्यवसाय) किया |

इनमें से 795 व्यवसाय ब्लॉग चला रहे थे , शेष 736 का कोई ब्लॉग नहीं था |

अंतर्दृष्टि:        उपरोक्त आंकड़े के अनुसार, 52 प्रतिशत छोटे और मध्यम उद्यम या व्यवसायों के पास एक ब्लॉग था ; इस प्रकार हब्स्पोट के आंकडों के अनुससार छोटे और मध्यम उद्यम या व्यवसायों कि ब्लॉग को अपनाने कि दर 52 प्रतिशत हुई | चूंकि हब्स्पोट के ग्राहकों कि अन्य लोगों कि तुलना में वेब 2.0 के महत्व से परिचित होने कि अधिक सम्भावना है अतः 52 प्रतिशत की अपनाने कि यह दर , वैश्विक औसत से कहीं अधिक होगी |

इस अध्ययन ने यह पाया कि जिन व्यवसायों/उद्योगों के अपने ब्लॉग हैं उनके पास ब्लॉग विहीन व्यवसायों/उद्योगों कि तुलना में ,

 55% अधिक आगंतुक हैं (विसिटर्स)
 97% अधिक इनबाउंड लिंक हैं
 434% अधिक अनुक्रमित पृष्ठ(indexed pages) हैं

उपरोक्त आँकड़ों को आसान शब्दों में कहें तो :


यदि एक व्यवसाय/उद्योग जिसके पास ब्लॉग नहीं है, के पास १०० आगंतुक (विसिटर्स) हैं ; तो इसकी तुलना में एक व्यवसाय/उद्योग, जो अपने उत्पादों और सेवाओं () के बारे में ब्लॉग पर लिखता है ; के पास


 155 आगंतुक (विसिटर्स) होंगे
 197 इनबाउंड लिंक होंगे
 534 अनुक्रमित पृष्ठ(indexed pages) होंगे

यदि अधिक आगंतुकों का अर्थ अधिक बिक्री से है, तो ऐसे व्यवसाय जो अपने उत्पाद/सेवा से सम्बंधित ब्लॉग चलाते हैं, ब्लॉग विहीन व्यवसायों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन करेंगे |

कुछ परिभाषाएं:

 ब्लॉग / वेबसाइट आगंतुक:          ऐसे व्यक्ति जो एक ब्लॉग पर आते हैं | जितने अधिक लोग एक ब्लॉग पर आते हैं, बिक्री कि सम्भावना उतनी ही अधिक बढ़ जाती है |

 इनबाउंड लिंक्स:             इनबाउंड लिंक्स आपके ऐसे लिंक्स ((लिंक्स जिनका आपसे सम्बन्ध है, जैसे आपका ब्लॉग यू आर एल) हैं जो यह अन्य लोगों के ब्लॉगों पर, निर्देशिकाओं पर; सरल भाषा में कहीं तो इन्टरनेट पर उपस्थित हैं | ये लिंक नेट पर आपको ढूँढने में(आप विशाल नेट पर कहाँ हैं) मदद करते हैं | इसके अलावा, ये आपके आगंतुकों(विसिटर्स) कि संख्या बढ़ने में भी मदद करते हैं | कैसे? ... कुछ इस प्रकार -- आधुनिक खोज इंजन जैसे गूगल, याहू, बिंग इत्यादि इनबाउंड लिंक्स को एक वोट की तरह देखते हैं | यह वोट नेट आपकी लोकप्रियता का आधार हैं | नेट पर आपके जितने अधिक इनबाउंड लिंक्स होते हैं, आपका ब्लॉग उतना ही अधिक लोकप्रिय मन जाएगा | खोज इंजन आपके इनबाउंड लिंक्स की गणना करते हैं और इस आधार पर आपके ब्लॉग को एक रैंक (पद) प्रदान करते हैं | इस पद के आधार पर नेट पर आपका अधिकार आँका जाता है, आपका पद जितना अधिक होता है नेट पर आपका अधिकार उतना ही अधिक होता है | इस उच्च पद के आधार पर खोज इंजन आपके ब्लॉग/ लिंक्स को खोज परिणामों में स्थान देते है | एक उच्च रैंक (पद) आपके ब्लॉग को खोज परिणामों में एक बेहतर स्थिति प्रदान करता है |

 अनुक्रमित पृष्ठ(indexed pages):        जब किसी खोज इंजन पर कोई सर्च (खोज) की जाती है तो खोज इंजन उस सर्च से निकटतम परिणामों को परिणाम में दिखता है | आपके ब्लॉग के जितने अधिक पृष्ठ अनुक्रमित होंगे, आपके खोज इंजन के खोज परिणाम में आने की सम्भावना उतनी की अधिक होगी |

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