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Tuesday, March 31, 2009

फ़रवरी माह में 56 प्रतिशत सिंगापुर वासियों ने इन्टरनेट प्रयोग किया

द्वारा बिष्ट

एक अध्ययन, के अनुसार, फ़रवरी 2009 के लिए सिंगापुर में ऑनलाइन उपयोग से सम्बंधित संख्याएँ इस प्रकार हैं :

कुल व्यक्ति जिन्होंने इन्टरनेट प्रयोग किया: __________________25 लाख से अधिक

औसत कंटेंट उपभोग (पढ़ा, देखा, सुना गया): _________________1,785 पृष्ठ प्रति व्यक्ति

औसत इन्टरनेट प्रयोग: ________________________________21 घंटे प्रति व्यक्ति


सरल भाषा में कहें तो,

एक ऐसे देश में जिसकी जनसँख्या मात्र 45 लाख है में फ़रवरी माह में 25 लाख या 56 प्रतिशत व्यक्तियों ने इन्टरनेट प्रयोग किया |  और एक व्यक्ति ने औसतन 64 पृष्ठ प्रति दिन पढ़े, देखे या अनुभव किये |

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Sunday, March 29, 2009

इन्टरनेट के माध्यम से की जाने वाली एक वित्तीय जालसाजी का पीछा : भाग 1

द्वारा बिष्ट

कल मेरे पास एक ईमेल आयी | ईमेल का शीर्षक था --

Congratulations from me and members of staff of the uk national lottery board
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अनुवाद : बधाई , मेरी और मेरे यू के राष्ट्रीय लौटरी स्टाफ की ओर से |
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ईमेल में यह लिखा था :

Dear Winner,
Congratulations from me and members of staff of the uk national lottery board
Your email address has just won you for this year lottery held on 28th of
march, hence you have been awarded the sum of (1,500,000.00 pounds).
please contact our claims processing department for clearance
procedures.

Mr MURRAY

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अनुवाद:

प्रिय विजेता,
बधाई , मेरी और मेरे यू के राष्ट्रीय लौटरी स्टाफ की ओर से | आपके ईमेल एड्रेस ने अभी अभी आपको इस वर्ष 28 मार्च को हुई लौटरी जिताई है | अतः आपको 1,500,000.00 पौंड्स की राशि प्रदान की जाती है | कृपया हमारे दावे संसाधन विभाग से निकासी प्रक्रिया हेतु संपर्क करें |

श्रीमान मरे

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आप में से कई इस तरह की इमेल्स से परिचित होंगे, परन्तु जिन पाठकों को व्यस्त दिनचर्या के कारण इस ओर तरजीह देने का मौका नहीं मिला, उनको मैं बताना चाहूँगा कि यह ईमेल "इन्टरनेट के माध्यम से की जाने वाली एक वित्तीय जालसाजी का हिस्सा है " |

अन्यथा, ऐसा कैसे है कि, मेरे बिना आवेदन किये, इस मंदी से ग्रसित विश्व में, एक विकसित देश का लौटरी विभाग मुझे, एक विकासशील देश के आदमी को कम भी नहीं पर 1,500,000.00 पौंड्स या 120000000 रुपये का इनाम दे रहा है |

मैं प्रायः इस प्रकार के संदेशों को देखते ही कचरा पेटी में फेंक देता हूँ, परन्तु आज मैंने आपसे इस विषय में जानकारी बांटने की इच्छा से इस ईमेल का पीछा करने की सोची है |

अब मैं, इस इमेल में दिए गए ईमेल पते पर ईमेल करूंगा और उक्त फर्जी विभाग से पूछूंगा कि 1,500,000.00 पौंड्स या 120000000 रुपये या बारह करोड़ रुपये मात्र की इनामी राशि पाने के लिए मुझे क्या करना होगा |

मुझे लगता है कि मेरी इमेल प्राप्त करते ही , उक्त काल्पनिक विभाग में बैठा व्यक्ति मुझे धन्यवाद देगा | और मुझे वेस्टर्न यूनियन मनी ट्रांसफर के जरिये किसी खाते में कुछ सौ या कुछ हज़ार पौंड (आखिर इनामी राशि भी तो पंद्रह लाख पौंड है) जमा करने को कहेगा |

इस लेख को लिखने के दौरान ही मैंने उक्त विभाग को इमेल भेज दी है | अब उत्तर की प्रतीक्षा है |

इस लेख के दूसरे भाग में आप भेजी गयी इमेल का उत्तर एंव आगे की रणनीति के विषय में जानेगे |

इस लेख के विषय में अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दीजियेगा |

इससे आगे लेख भाग 2 में |


[इस लेख में भेजने वाले का नाम गुप्त रखा गया है | जिसको उपयुक्त समय पर आपको बताया जायेगा | इस लेख में उजागर की गयी इमेल लेखक के पास मौजूद है |]

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Saturday, March 21, 2009

भारत में इन्टरनेट की पहुँच और ब्रॉडबैंड की हिस्सेदारी

द्वारा बिष्ट

भारतीय टेलिकॉम नियामक, टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथोरिटी ऑफ़ इंडिया (ट्राई), के हाल ही में घोषित संख्याओं के आधार पर , देश में इन्टरनेट से सम्बंधित संख्याएँ इस प्रकार हैं :

देश में कुल इन्टरनेट कनेक्शंस : __________________ 1.3 करोड़

उपरोक्त बताये गये कनेक्शंस में से ,

कुल ब्रॉडबैंड कनेक्शंस की संख्या: ____________ 56.5 लाख

इस प्रकार देश में मौजूद कुल इन्टरनेट कनेक्शंस का 43.46 प्रतिशत ब्रॉड बैंड कनेक्शंस हैं |

यदि देश की वर्त्तमान जनसँख्या 1 अरब या 100 करोड़ मान ली जाय तो जहाँ 1.3 प्रतिशत लोगों के पास इन्टरनेट कनेक्शन है वहीँ 0.57 प्रतिशत के पास ब्रॉडबैंड है |

क्या यह अच्छी स्थिति है ?

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भारत में ब्रॉडबैंड की परिभाषा, दावे और आपको मिलने वाला असल उत्त्पाद

द्वारा बिष्ट


वर्त्तमान समय में भारत में ब्रॉडबैंड की निम्न परिभाषा है:

सर्वदा सजीव रहने वाला एक ऐसा कनेक्शन जिसमे तार और बेतार कनेक्शंस के लिए गति निम्न लिखित हों:

तार (इथरनेट) ____________________ 256 किलो बिट्स प्रति सेकंड
बेतार __________________________ 144 किलो बिट्स प्रति सेकंड

परन्तु उपरोक्त दोनों ही कनेक्शंस के लिए अपलोड और डाउनलोड गति कंपनियों द्वारा किये गए दावों से मेल नहीं खाती | भारी उपयोग की घड़ियों (पीक टाइम्स) में दोनों प्रकार के कनेक्शंस के लिए वास्तविक गति निम्नलिखित हैं ::

256 किलो बिट्स प्रति सेकंड कनेक्शन पर प्राप्त असल गति :________30-40 किलो बिट्स प्रति सेकंड
144 किलो बिट्स प्रति सेकंड कनेक्शन(बेतार) पर प्राप्त असल गति: ____9-10 किलो बिट्स प्रति सेकंड

वर्त्तमान समय में भारतीय इन्टरनेट बाज़ार में आये नए उत्त्पाद क्या क्या दावे कर रहे हैं :

--टाटा टेलिसर्विसेज़ का हाल ही में आया फोटोन प्लस नामक, प्लग एंड प्ले उपकरण 3.1 मेगा बिट्स प्रति सेकंड्स तक की गति प्रदान करने का दावा करता है | यह गति वर्त्तमान में उपस्थित बेतार मोबाइल तकनीक से लगभग 20 गुना अधिक है | यह गति तुलना 144 किलो बिट्स प्रति सेकंड कनेक्शन(बेतार) से की गयी है |

--उपरोक्त कंपनी के एक अन्य उत्त्पाद , जिसका नाम पॉवर लौन्चर है -- एक तार आधारित ब्रॉडबैंड कनेक्शन है | यह उत्त्पाद 100 मेगा बिट्स प्रति सेकंड्स तक की गति प्रदान करने का दावा करता है |

--रिलायंस नेटकनेक्ट ब्रॉडबैंड प्लस, सी डी एम ऐ तकनीक पर आधारित एक बेतार ब्रॉडबैंड उत्त्पाद है | इसके द्वारा प्रदान की जाने वाली डाउनलिंक और अपलिंक गतियां क्रमशः 3.1 मेगा बिट्स प्रति सेकंड्स और 1.8 मेगा बिट्स प्रति सेकंड्स हैं |

Tuesday, March 17, 2009

मोबाइल फोनों ने संसार को पलक झपकते ही भर दिया , आप सही सोचते हैं

द्वारा बिष्ट

यदि आप उन व्यक्तियों में से एक हैं, जो अकसर सोचते हैं कि पृथ्वी के मानुषों के हाथ में मोबाइल फोन दिखाई देना किसी जादू से कम नहीं , तो आपकी सोच गलत नहीं है | मोबाइल फोनों ने संसार को पलक झपकते ही भर दिया है | आपकी सोच को सही साबित करने के लिए कुछ आंकड़े:

एक लेख के अनुसार, जिसने अन्तराष्ट्रीय दूरसंचार यूनियन (ITU) की एक रिपोर्ट को आधार बनाया है, विश्व में मोबाइल फ़ोन निस्संदेह ही तीव्र गति से फैले हैं |

वर्ष 2008 के अंत तक विश्व में कुल मोबाइल फ़ोन धारकों की संख्या:______________4.1 अरब

वर्ष 2002 के अंत तक विश्व में कुल मोबाइल फ़ोन धारकों की संख्या:______________1 अरब

वृद्धि दर : ________________________________310 फीसदी

आपकी सोच को और सबल करने के लिए एक और आँकड़ा,

2002 से 2008 तक की समान अवधि में वश्विक फिक्सड लाइन धारकों में केवल 1 अरब की वृद्धि हुई |

कुछ अन्य तथ्य:

वर्त्तमान में विश्व के साठ प्रतिशत व्यक्तियों के पास सेल फोन कनेक्शन है | सरल भाषा में कहें तो प्रत्येक दस में से छह के पास |

विश्व के दो-तिहाई मोबाइल फ़ोन विकासशील देशों में हैं | अर्थात 2.7 अरब |

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Saturday, March 14, 2009

वर्ष 2009-10 में भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के राजस्व में में गिरावट

द्वारा बिष्ट

मॉर्गन स्टेनली की हाल की रिपोर्ट के अनुसार,जिसे यहाँ उद्धृत किया गया है,

भारतीय कंप्यूटर सेवा कंपनियां, जिसमें शीर्ष कम्पनियां सम्मिलित हैं, अपने वैश्विक ग्राहकों की ख़राब वित्तीय स्थिति के कारण राजस्व में गिरावट का सामना कर रही हैं |

अप्रैल 2009 को शुरू होने वाले वित्त वर्ष में भारतीय आईटी सेवा कंपनियों के जैव राजस्व में 20 प्रतिशत तक की गिरावट आने की आशंका है |

[जैव राजस्व: एक कंपनी के द्वारा उत्पादन और बिक्री बढाकर प्राप्त किया गया राजस्व, जैव राजस्व कहलाता है |  यह किसी भी अधिग्रहण या विलय से अर्जित लाभ या राजस्व को शामिल नहीं करता हैं]


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Thursday, March 12, 2009

सुनिए, अब आप जी टाक के जरिये भी नौकरी ढूढ़ सकते हैं

द्वारा बिष्ट

रोज़गार पोर्टल नौकरी डॉट कॉम ने हाल ही में "नौकरी ऑन चैट" नामक एक सेवा प्रारंभ की है, इसके अंतर्गत रोज़गार पाने के इच्छुक व्यक्ति जी टाक के माध्यम से रोजगार अवसर ढूढ़ सकते हैं |

इस सेवा का प्रयोग करने की प्रक्रिया बेहद सरल है :

कदम 1: जी टाक(गूगल टाक ) पर लोगिन करें |

कदम 2: jobs@chat.naukri.com को अपनी जी टाक मित्र सूची में जोडें |

कदम 3: मित्र आवेदन के स्वीकार होने की प्रतीक्षा न करें | चैट बॉक्स खोलें और help टाइप करें , एन्टर दबाएँ | आपको कुछ निर्देश प्राप्त होंगे , उनका पालन करते रहे और नौकरी ढूंढें |

यह सेवा कहाँ चूक जाती है:

वर्त्तमान में, यदि कोई व्यक्ति,उस ही जी मेल आई डी का प्रयोग करता है जिससे उसने नौकरी डॉट कॉम पर अकाउंट खोला है, तो वह न केवल नौकरी के लिए सर्च कर सकता है परन्तु जी टाक से ही आवेदन भी कर सकता है |

परन्तु यदि कोई व्यक्ति जी टाक पर ऐसी आई डी का प्रयोग करता है , जिसे उसने नौकरी डॉट कॉम पर पंजीकरण करने हेतु प्रयोग नहीं किया है , तो वह जी टाक का प्रयोग मात्र सर्च के लिए कर पायेगा; तथा आवेदन करने के लिए उसे नौकरी डॉट कॉम पोर्टल पर ही जाना पड़ेगा |

यह एक अहम कमी है |

व्यक्तिगत सुझाव: यदि आपने नौकरी डॉट कॉम पर एक ऐसे ईमेल आई डी के द्वारा पंजीकरण किया है, जिसे आप दिन रात प्रयोग नहीं करते; तो बेहतर होगा की आप नौकरी डॉट कॉम पर उस जीमेल आई डी से एक नया खाता खोल लें जिसे आप सर्वाधिक प्रयोग में लाते हैं |

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Wednesday, March 11, 2009

फ़रवरी 2009 के अंत तक देश में कुल जीएसएम सब्स्क्रायबर्स

द्वारा बिष्ट

सेल्युलर ऑपरेटर्स असोसिएशन ऑफ़ इंडिया (COAI) के अनुसार, फ़रवरी 2009 के अंत तक देश में कुल जीएसएम सब्स्क्रायबर्स की संख्या और कुछ अन्य तथ्य:

फ़रवरी २००९ के अंत तक देश में कुल जीएसएम सब्स्क्रायबर्स की संख्या :_____________ 27.72 करोड़

जनवरी २००९ के अंत तक देश में कुल जीएसएम सब्स्क्रायबर्स की संख्या: ____________ 26.75 करोड़

बढ़त की दर:___________________ 3.6 प्रतिशत


देश के समस्त जीएसएम ऑपरेटर्स ( रिलायंस टेलिकॉम को छोड़कर) के द्वारा फ़रवरी 2009 माह में जोड़े गए कुल सब्स्क्रायबर्स की संख्या:_______________92 लाख

फ़रवरी 2009 तक विभिन्न ऑपरेटर्स की स्थिति:

भारती एयरटेल:____________________________9.11 करोड़

वोडाफोन -एस्सार:__________________________ 6.59 करोड़

भारत संचार निगम लिमिटेड (बी एस एन एल):_____ 4.42 करोड़

महानगर टेलीफोन निगम लिमिटेड (एम टी एन एल) (उपस्थिति केवल दिल्ली और मुंबई):__40.8 लाख

आईडिया सेल्युलर (स्पाइस कम्युनिकेशंस):_______ 4.15 करोड़


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Saturday, March 7, 2009

भारत, बांग्लादेश और श्री लंका में ब्रॉडबैंड और सेवा की गुणवत्ता

द्वारा बिष्ट


लिनरे एशिया की "ब्रॉडबैंड और सेवा की गुण्वत्ता अनुभव टेस्टिंग, फरवरी 2009" के नतीजों –के आधार पर, भारत, बांग्लादेश और श्री लंका में ब्रॉडबैंड और सेवा की गुणवत्ता से सम्बंधित मुख्य बिंदु:

भारत(अध्ययन क्षेत्र दिल्ली और चेन्नई):

1. भारतीय आपरेटर अपनी सेवा देने की क्षमता से अधिक वादा नहीं कर रहे हैं | सरल भाषा में कहें तो वे अपनी सेवा को नैतिकता से प्रचारित कर रहे हैं |

2. भारतीय आपरेटर सामान्यतः जो वादा करते हैं उतना या कभी कभी उससे अधिक प्रदान करते है |

3. भारतीय टेलिकॉम नियामक, ट्राई, प्रभावी रूप से हस्तक्षेप कर रहा है, ताकि ऑपरेटर्स पर नकेल कसी जा सके और उपभोक्ताओं को बेहतर सेवा मिल सके |

4. ऐसा प्रतीत होता है की ट्राई की यह सक्रियता असर कर रही है |


बांग्लादेश(अध्ययन क्षेत्र ढाका):

1. सेवा का मूल्य घटा है , परन्तु सेवा की गुणवत्ता भी घटी है |


श्री लंका(अध्ययन क्षेत्र कोलम्बो):

1. ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं के पास बहुत अच्छे विकल्प हैं |

2. ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं को जो वास्तविक स्पीड मिलती है वह उनके दिल्ली, चेन्नई और ढाका के समकक्षों की तुलना में कहीं बेहतर है |

3. टेलिकॉम ऑपरेटर्स अपनी सेवा प्रदान करने की क्षमता से अधिक वादा करते हैं |

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