द्वारा अ बिष्ट
रॉयटर्स की एक ख़बर, के अनुसार, सामाजिक नेट्वर्किंग साईट माय स्पेस ने अपनी साईट पर पिछले दो वर्षों में लगभग 90,000 यौन अपराधियों की पहचान की और उन्हें साईट से बहार किया |
माय स्पेस ने यौन अपराधियों की पहचान कैसे की:
दो वर्ष पहले माय स्पेस ने पार्श्व सत्यापन(विभिन्न व्यक्ति समूहों का ब्यौरा रखने वाली फर्म ) फर्म सेंटिनल सेफ टेक होल्डिंग्स को यौन अपराधियों की राष्ट्रीय सूची बनाने के लिए नियुक्त किया |
सेंटिनल यौन अपराधियों का राष्ट्रीय स्तर का डेटाबेस संचालित करता है जिसमें यौन अपराधियों के 120 तक पहचान विवरण जैसे नाम, पता, चोट के निशान, टैटू निशान आदि दर्ज होते हैं |
अतः माय स्पेस की इच्छा और सेंटिनल की बेहतर प्रौद्योगोकी ने यौन अपराधियों की पहचान एंव उन पर पाबन्दी को सम्भव बनाया |
इसके अतिरिक्त सरकार ने भी यह तय किया कि माय स्पेस कि जनता के प्रति जवाबदारी बनी रहे | इस सन्दर्भ में, सरकार ने माय स्पेस को न्यायलय के सम्मुख गवाही देने को कहा |
सरकार के इस आदेश से पहले, माय स्पेस ने अपने नेटवर्क पर मौजूद यौन अपराधियों कि संख्या को कम बताई थी | लगभग 45,000 | अतः सरकार की सक्रियता ने सत्य को उजागर किया |
यही नहीं, सरकार अब यह भी पक्का करेगी की माय स्पेस ने पहचान किए अपराधियों को बाहर किया या नहीं |
सरकार ने इसी प्रकार का लिखित आदेश फेस बुक(एक अन्य सामाजिक नेट्वर्किंग साईट) को भी दिया है |
अतः माय स्पेस की इच्छा शक्ति + सेंटिनल की बेहतर प्रौद्योगिकी + सरकार की सक्रियता ने वेब पर सामाजिक नेट्वर्किंग को कुछ सुरक्षित बनाया |
इस विषय को महत्त्वहीन न समझें:
खतरा तब और भी अधिक बढ़ जाता है जब इस बात पर ध्यान दिया जाए की कई अवयस्क (बच्चे) भी सामाजिक नेट्वर्किंग साइट्स का प्रयोग करते हैं | अतः सामाजिक नेट्वर्किंग साइट्स पर यौन अपराधी एक वास्तविक खतरा हैं |
माता पिता अपने अवयस्क बच्चो को इस सम्बन्ध में बताएं और उनका मार्गदर्शन करें |
कुछ तथ्य:
माय स्पेस का स्वामित्त्व न्यूज़ कॉर्प के पास है |
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