द्वारा अ बिष्ट
एक शोध के अनुसार, अगले पाँच सालों में 50 फीसदी लोग ( बैंक खाताधारक ) अपने धन का प्रबंधन अपने मोबाइलों से कर रहे होंगे |
यह संख्या वर्ष 2020 तक 75 फीसदी तक पहुँच जायेगी |
शोध से प्राप्त कुछ अन्य तथ्य:
-- मोबाइल बैंकिंग अगले पाँच सालों में इन्टरनेट बैंकिंग को पछाड़ देगी | क्योंकि मोबाइल बैंकिंग की "अपनाने की दर" ऑनलाइन बैंकिंग की तुलना में काफी अधिक है |
[ अपनाने की दर: जिस दर पर लोग किसी भी सेवा या उत्पाद को अपनाते हैं ]
कारक जो मोबाइल बैंकिंग के विकास में सहायक हैं:
-- वर्त्तमान आर्थिक मंदी: ऐसा देखने में आया है कि , विषम परिस्थितियों में लोग अपनी वित्तीय स्थिति पर ज़्यादा दृष्टि रखते है | फलस्वरूप ऐसी कोई भी सेवा जो इसमे मदद करे, उपभोक्ताओं में अपनी पैठ बनाती है |
-- इस्तेमाल में आसानी: ताजा हाल एंव जानकारी पाने में आसानी |
कारक जो मोबिल्र बैंकिंग के विरुद्ध कार्य करते हैं:
--ऐसे समय में, जब लोगों का वित्तीय संस्थानों में विश्वास काफी कम है; मानवीय दखल को हटाना( जिसको मोबाइल बैंकिंग प्रोत्साहित करता है ) इस सेवा के अपनाने की दर को बाधित करता है |
-- लोग अभी भी महत्वपूर्ण वित्तीय सौदे / लेनदेन मोबाइल के माध्यम से करने में सहज नहीं हैं | कंप्यूटर अभी भी ज़्यादा सुरक्षित समझा जाता है |
-- मोबाइल आसानी से खोने वाली वस्तुओं की शेरनी में आते है | सही जानकारी के अभाव में लोगों में यह धारणा है की वे कंप्यूटर से कम विश्वसनीय हैं |
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