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Wednesday, January 7, 2009

क्या संसार फ़ोन पर बात करने से ज्यादा लिखित संदेश पसंद कर रहा है !

द्वारा बिष्ट


लोग शायद आज फ़ोन पर बात करने से अधिक लिखित संदेश(एस एम एस) भेजना पसंद कर रहे है. यूरोप के कुछ देशों में नव वर्ष के अवसर पर लोगों द्वारा भेजे गए लिखित संदेश(एस एम एस) से सम्बंधित कुछ संख्याएँ :


यूनाइटेड किंगडम
नव वर्ष क अवसर पर टेलेफोनिका O2 नेटवर्क के माध्यम से भेजे गए कुल लिखित संदेशों की संख्या ( 24 घटे की अवधि में):__________________ 16.6 करोड़

जो सरल करने पर बनता है 1900 एस एम एस प्रति सेकंड |


स्वीडन

नव वर्ष क अवसर पर सरकारी नेटवर्क से भेजे गए कुल लिखित संदेशों की संख्या: _________2.4 करोड़
एक अन्य मुख्य नेटवर्क टेले 2 पर भेजे गए कुल संदेशों की संख्या:_____2.84 करोड़
जोड़: _______________5.24 करोड़ (देश के लिए एक नया कीर्तिमान)


नीदरलैंड
वोदाफोन पर भेजे गए कुल लिखित संदेशों की संख्या: ____________2.2 करोड़

बीते नव वर्ष की तुलना में बढोत्तरी: ______________52 फीसदी

टी-मोबाइल पर भेजे गए कुल लिखित संदेशों की संख्या : ___________1.9 करोड़
बीते नव वर्ष की तुलना में बढोत्तरी: ______________33 फीसदी

नव वर्ष क अवसर पर भेजे गए कुल लिखित संदेश:__________________4.1 करोड़




फ्रांस
ओरेंज के लिए संख्या:__________ 6.6 करोड़
एक अन्य बड़े नेटवर्क एस एफ आर के लिए संख्या:___________1.81 करोड़

बोयस टेलेकोम के लिए मध्य रात्रि से प्रातः एक बजे तक की संख्या :____________1.5 करोड़
बीते नव वर्ष के अवसर पर इस पर भेजे गए कुल संदेशों की संख्या:___________ 75 लाख
बढोत्तरी:____________________100 फीसदी

कुल:____________________9.91 करोड़



बेल्जियम
बेल्जियन नेटवर्क:______________7.83 करोड़
बीते नव वर्ष की तुलना में बढोत्तरी: ______________32 फीसदी


स्विट्जरलैंड
सभी नेटवर्कों पर भेजे गए कुल लिखित संदेशों की संख्या:_______________5.45 करोड़
मुख्य नेटवर्क स्विस्कोम का योगदान:_________________ 2.5 करोड़
ओरेंज:_______________________1.36 करोड़


थाईलैंड
देश के लिए नव वर्ष पर भेजे गए कुल एस एम ऐसों की संख्या: __________5 करोड़
24 घंटे के भीतर भेजे गए कुल एम एम ऐसों (MMS) की संख्या::____________10 लाख (एक कीर्तिमान)

लोगों में लिखित संदेशों के प्रति रुझान एक बात अवश्य सिद्ध करता है कि प्रोद्योगिकी लोगों का सामाजित दायरा दिन पर दिन कम कर रही है |


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